भारत में विश्व का ‘कंटेंट निर्माण उपमहाद्वीप’ बनने की क्षमता : अनुराग ठाकुर

सियासत की बातें (Rashtra Pratham) :- केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं को भारत को दुनिया का ‘कंटेंट निर्माण उपमहाद्वीप’ बनाने के अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। ठाकुर ने कहा कि हमें न केवल उन लोगों तक पहुंचने के तरीके खोजने की आवश्यकता पर जोर देना है, जिनके पास मनोरंजन के लिए पैसा खर्च करने का साधन है, बल्कि उन सभी प्रकार के कंटेंट पर भी जोर देना है।67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री ने इंडस्ट्री से दुनिया के लिए सामग्री तैयार करने में भारत की भूमिका को समझने के लिए कहा। ठाकुर ने कहा , ‘भारत एक ऐसी भूमि है जहां दुनिया में हर कोई फिल्मों की शूटिंग के लिए आना चाहता है। भारत में दुनिया का कंटेंट उपमहाद्वीप बनने की क्षमता है, चाहे वह ग्राफिक्स हो या अन्य सामग्री। और यह हम सभी के लिए इसका उपयोग करने का अवसर है।’

मंत्री ने कहा कि जब बड़े पर्दे बंद थे, छोटे पर्दे और वेब सीरीज ने लोगों को कठिन समय से गुजरने में मदद की। ठाकुर ने कहा, ‘आप सभी ने (COVID-19 लाकडाउन) से गुजरने में हम सभी की मदद की। COVID-19 महामारी ने दुनिया के सामने चुनौतियां खड़ी कीं लेकिन मुझे खुशी है कि हमने उस पर काबू पा लिया और 100 करोड़ टीके लगाए। यह इस वजह से है कि हो पाया कि शारीरिक दूरी रही।’

मंत्री ने उद्योग जगत से कहा कि वह उस व्यक्ति के बारे में सोचें जो अभिनेता के कारण सिनेमा हाल के बाहर खड़ा है। उन्होंने कहा कि बुराइयों को दिखाना और सामाजिक मुद्दों पर काम करना आपकी जिम्मेदारी है। क्या आप उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जो आपको देखने आने वाला है? वे बोले, ‘हमें मनोरंजन को गरीबों तक पहुंचाने पर काम करने की जरूरत है। इसका असर आपकी फिल्मों पर भी पड़ेगा।’