केंद्र सरकार पर फिर बरसी ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों केंद्र सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। आज एक बार फिर से उन्होंने पैसे का मामला उठाया और मोदी सरकार पर निशाना साधा। दरअसल, ममता बनर्जी ने बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर एक प्रतिमा का अनावरण किया। इसके साथ ही उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। इसी दौरान ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा कि क्या विकास फंड लेने के लिए उन्हें पीएम मोदी के पैरों में गिर कर भीख माननी होगी? इतना ही नहीं, ममता बनर्जी ने मनरेगा फंड जारी नहीं होने का भी आरोप लगा दिया। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से साफ तौर पर कहा कि या तो उन्हें राज्यों को पैसा देना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए।अपने बयान में ममता बनर्जी ने कहा कि अपने वित्तीय बकाया के भुगतान के लिए क्या हमे केंद्र के सामने भीख मांगनी पड़ेगी। वे मनरेगा का कोष जारी नहीं कर रहे हैं। अगर भाजपा सरकार हमारे बकाया का भुगतान नहीं करती तो उसे सत्ता छोड़नी होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन उनसे कोई नहीं छीन सकता है। ऐसा वह कभी होने नहीं देंगी। तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख ने यह भी कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो मैं आप लोगों से कहूंगी कि ड्रम, तीर और कमान से केंद्र सरकार के अत्याचारों का विरोध करिए। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी हाल के दिनों में केंद्र सरकार पर हमला किया है। इससे पहले भी उन्होंने केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साधा है। इससे पहले ममता ने दावा था कि राज्य के विरूद्ध एक साजिश रची जा रही है जिसके तहत सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को बदनाम किया जा रहा है। उसके तहत सरकार एवं तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। जिन्हें बंगाल पंसद नहीं है, वे हमें (तृणमूल कांग्रेस को) बदनाम करते रहते हैं और साजिश रचते रहते हैं। इसके साथ ही बनर्जी ने कहा था कि यदि किसी व्यक्ति ने गलती की है तो उसे उन गलतियों को सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए। यदि कोई किसी गड़बड़ी में लिप्त है तो कानून अपना काम करेगा। लेकिन (यहां तो) मीडिया ट्रायल चल रहा है।