सावन मास में वर्जित हैं ये 6 काम और न अर्पित करें ये 8 चीजें, शिव होते हैं नाराज

धर्म/अध्यात्म (Rashtra Pratham):- शिव भक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण माह-सावन मास 25 जुलाई 2021 दिन रविवार से प्रारंभ हो चुका है. इस मास में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा करने पर उनकी कृपा प्राप्त होती है. भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए शिव भक्तों द्वारा अनेक प्रकार की पूजा सामग्री चढ़ाई जाती है. परंतु कुछ सामग्री और कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं. आइये जानें इन सामग्री और कार्यों के बारे में जिन्हें सावन मास में नहीं किया जाना चाहिए.  

इस पूजा सामग्री को  करें अर्पित:

  1. भगवान शिवजी और माता पार्वती को उनकी पूजा के दौरान केतकी और केवड़े का फूल न चढ़ाएं.

  2. भगवान शिव की पूजा में उन्हें तुलसी का पत्ता नहीं चढ़ाया जाता है.

  3. शिवजी को नारियल और नारियल पानी चढ़ाना वर्जित है.

  4. भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय उन्हें हल्दी न चढ़ाएं.

  5. भगवान शिव को कुककुम और रोली नहीं लगाई जाती है. माना जाता है कि ऐसा करने से भोलेनाथ रुष्ट होते हैं

  6. भगवान शिव की पूजा में खंडित अक्षत नहीं चढ़ाए जाते हैं.

  7. शिवपूजा में सिंदूर भी नहीं चढ़ाया जाता है.

  8. शिवपूजा में तिल का इस्तेमाल भूलकर भी न करें.

सावन मास में ये कार्य भूलकर भी ना करें :

  1. शिवजी की पूजा के दौरान शंख नहीं बजाया जाता है.

  2. सावन में शिव भक्तों को मांस/मदिरा, मटन या मछली नहीं खाना चाहिए.

  3. शिव पूजा के बाद परिक्रमा करते समय शिवलिंग की जलाधारी को लांघा नहीं जाता है.

  4. काले रंग के कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा नहीं की जाती है.

  5. पूजा के बाद शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं की जाती है.

  6. किसी भी प्रकार का नशा करके शिव पूजा नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना घोर अपराध माना जाता है. इससे भगवान शिव कुपित भी होते हैं.