प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित लॉक डाउन का व्यापारियों ने किया समर्थन

खबरें देश की (Rashtra Pratham):  देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा  आगामी 3 मई तक देश में लॉक डाउन जारी रखने के निर्णय को तार्किक एवं बेहद जरूरी बताते हुए इसका पुरजोर समर्थन किया है और कहा है की कोरोना के संक्रमण से देश को बचाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं था हालांकि व्यापारियों को इस लॉक डाउन के कारण से बहुत बड़े नुक्सान का सामना करना पड़ेगा किन्तु राष्ट्र हित को सर्वोपरि मानकर देश भर के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री के इस कदम का खुलकर समर्थन किया है !

कैट ने  प्रधानमंत्री मोदी को आश्वासन दिया है की व्यापारी हर परिस्थिति में देश के प्रत्येक हिस्से में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने देंगे जिससे लॉक डाउन के चलते नागरिकों को जरूरी सामान की जरूरतों के लिए कोई परेशांनी न हो ! देश में गत 21 दिनों के लॉक्ड डाउन के चलते लगभग3 .15 लाख करोड़ के व्यापार का नुक्सान हुआ है !कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री  प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की देश में लगभग 7 करोड़ व्यापारी हैं जिनमें से लगभग डेढ़ करोड़ व्यापारी आवश्यक वस्तुओं में व्यापार करते हैं लेकिन उनमें से केवल 40 लाख व्यापारी ही देश भर में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति श्रंखला को जारी रखे हुए हैं क्योंकि केंद्र सरकार के स्पष्ट दिशा निर्देशों के बावजूद राज्यों में अभी तक ट्रांसपोर्ट सुविधा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पाई है और दूसरी ओर लगभग 80 प्रतिशत कर्मचारी लॉक डाउन के कारण अपने गाँवों को चले गए हैं जबकि केवल 20 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ ही देश भर के व्यापारी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को जारी रखें हुए है ! अब क्योंकि लॉक डाउन का विस्तार हो गया है, इस बात को ध्यान में रखते हुए 40 लाख व्यापारियों की इस संख्यां को देश भर में बढ़ाना आवश्यक है जिससे सुविधापूर्वक सभी लोगों को जरूरी सामान की आपूर्ति हो सके !श्री भरतिया एवं श्री  खंडेलवाल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है की सभी राज्यों में व्यापारियों को कर्फ्यू पास सुविधापूर्वक मिलें और पर्याप्त मात्रा में ट्रांसपोर्ट सुविधा आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध सप्लाई की बेहद जरूरी है , इसलिए राज्यों के स्तर पर यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है !