दिल्ली में आम आदमी पार्टी (“आप”) और कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर बनी सहमति के बाद भाजपा अपने वर्तमान तीन सांसदों की जगह नए चेहरे चुनावी मैदान में उतार सकती है। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी अपने लोकसभा प्रतिनिधियों के प्रदर्शन पर लोगों से प्रतिक्रिया मांग रही है। फिलहाल राजधानी की सभी सात सीटों पर भाजपा का कब्जा है।