स्वास्थ्य समाचार (Rashtra Pratham) :- देश और दुनिया में अभी कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से खतरा बना हुआ है। इस बीच C.1.2 वेरिएंट की दस्तक से दहशत का माहौल है। हालांकि, भारत में C.1.2 वेरिएंट का फिलहाल कोई केस सामने नहीं आया है। सरकारी सूत्रों ने बुधवार को कहा कि भारत में अब तक नए COVID-19 वेरिएंट C.1.2 का कोई मामला सामने नहीं आया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि दक्षिण अफ्रीका समेत कई अन्य देशों में कोराना का एक नया वैरिएंट पाया गया है जो बेहद संक्रामक हो सकता है।
इस वैरिएंट से होने वाले जोखिम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह कोविड-19 रोधी वैक्सीन से मिलने वाली एंटीबॉडी सुरक्षा तक को चकमा दे सकता है।दक्षिण अफ्रीका में नेशनल इंस्टीट्यूट फार कम्युनिकेबल डिजीज (एनआईसीडी) और क्वाजुलु-नेटल रिसर्च इनोवेशन एंड सीक्वेंसिंग प्लेटफॉर्म (केआरआईएसपी) के वैज्ञानिकों ने कहा है कि SARS-CoV-2c का नया संस्करण अधिक संक्रामक हो सकता है और वर्तमान सीओवीआईडी-19 वैक्सीन द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा को मात दे सकता है।