राजस्थान में एक 70 वर्षीय व्यक्ति, जिसे कथित रूप से चोरी के लिए बेरहमी से पीटा गया था, ने जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी। राज्य के सीकर जिले में चार मार्च को अनुसूचित जनजाति से आने वाले मदन लाल की कुछ लोगों ने लाठी डंडों से पिटाई कर दी, जिससे उनकी सोमवार को मौत हो गई। इस संबंध में आठ मार्च को नीम का थाना पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की गई।
सीकर के पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने बताया कि लाल पर चोरी का आरोप लगाया गया और उसे पीटा गया जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में शामिल पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें एक आरोपी मदन लाल को डंडे से मारता हुआ दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को रविवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी ट्वीट किया। सांसद ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने पीड़ित के निजी अंगों में एक डंडा डालने का प्रयास किया जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
मीणा ने हमलावरों के लिए कड़ी सजा और 50 लाख रुपये का मुआवजा और लाल के परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। सांसद ने यह भी आरोप लगाया था कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी की और परिवार पर लाल के हमलावरों के साथ मामला सुलझाने का दबाव डाला।
राज्यसभा सदस्य ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और दोषी पाए जाने वालों को निलंबित करने की मांग की। नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि ऐसे कृत्यों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है।