खिलाड़ियों को प्राथमिकता देगी यूपी सरकार -होमगार्ड भर्ती

आज प्रदेश में 91 हजार से कुछ ज्यादा होमगार्ड की तैनाती है. इमसें 50 हजार अलग-अलग जिलों में तैनात हैं. इसके अलावा करीब 25 हजार पुलिस विभाग में तैनात हैं. डायल-112 में 8400 होमगार्ड ड्राइवर के रूप में ड्ïयूटी कर रहे हैं. भाजपा सरकार ने होमगार्डों का मानदेय पौने तीन सौ से पांच सौ रुपए प्रतिदिन कर दिया था इसे सुप्रीम कोर्ट ने 600 रुपए प्रतिदिन कर दिया है. महंगाई भत्ता मिलाकर यह 702 रुपए प्रतिदिन हो गया है. ऐसे आदेश भी अब आए हैं कि होमगार्ड को पुलिस कांस्टेबल के समकक्ष माना जाए. इससे होमगार्ड विभाग की जिम्मेदारी बढ़ गई है.होमगार्ड एक स्वयंसेवी संस्था है. वर्ष 1962 में चीन के साथ भारत के युद्ध के बाद पुलिस का सहयोग करने के लिए इसका गठन किया गया था. होमगार्ड विभाग की कमान संभालने वाले यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान विभाग का कायाकल्प करने की योजना तैयार कर चुके हैं. होमगार्ड को दक्ष संगठन बनाने के लिए न केवल उन्हें आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा बल्कि इनकी भर्ती में गांव में रहने वाले खिलाडिय़ों को प्राथमिकता भी मिलेगी. ऐसी कई योजनाओं की जानकारी चेतन चौहान ने ‘इंडिया टुडे’ के असिस्टेंट एडिटर आशीष मिश्र से बातचीत में साझा की.