कोहली को सामने से नेतृत्व करने की जगह दूसरों को बेस्ट करने के लिए प्रेरित करना चाहिए

Sports (Rashtra Pratham) :-  भारत के मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर विराट कोहली बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने 28.80 की औसत से सिर्फ 124 रन बनाए हैं जो उन जैसे खिलाड़ी के लिए बेहद खराब प्रदर्शन ही कहा जाएगा। हेडिंग्ले टेस्ट मैच में मिली हार के बाद विराट कोहली के लिए स्थिति और खराब हो गई है। हालांकि पूर्व भारतीय क्रिकेट डब्ल्यूवी रमन ने उनका समस्या का समाधान बताया है। सोनी द्वारा आयोजित एक बातचीत के दौरान बोलते हुए रमन ने कहा कि, ‘कोहली खुद दबाव में हैं और लोग उनके हर काम पर बहुत ध्यान देते हैं।’

 देखिए हम वास्तव में उसे दोष नहीं दे सकते। जीवन और अन्य क्षेत्रों में आम तौर पर जो आदर्श हो सकता है वह क्रिकेट में हमेशा लागू नहीं हो सकता है। मेरा मतलब है कि जो हुआ है वो ये है कि विराट पर खुद काफी दबाव है। हम उसकी हर बात पर बहुत ध्यान देते हैं। हम जानते हैं कि वह सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है इसलिए हम उससे काफी उम्मीद करते हैं। यह वैसा ही है जैसा सचिन तेंदुलकर के साथ था जब वह खेल रहे थे। यहां तक कि उनके 95 को भी असफल स्कोर माना गया।