धर्म/अध्यात्म (Rashtra Pratham) मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट श्रद्धालुओं के लिए आज से नवमी तक बंद रहेगा। इस दौरान मां विंध्यवासिनी का श्रृंगार और चारों आरती प्रतिदिन तय समय पर होगी। बढ़ते कोरोना को देखते हुए पंडा समाज ने यह फैसला लिया है।
विंध्यधाम में शनिवार को नगर विधायक रत्नाकर मिश्र की अगुवाई में श्री विंध्य पंडा समाज की बैठक हुई है। बैठक में शनिवार शाम को संध्या आरती के बाद मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए नवमी तक बंद करने का फैसला किया गया। पुरोहितों ने कहा कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
श्री विंध्य पंडा समाज की बैठक में हुआ फैसला
कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए सभी तीर्थ पुरोहित सदस्यों के साथ मिलकर मां के मंदिर पर हवन पूजन करेंगे। जिससे जनकल्याण हो और लोगों को कोरोना जैसी महामारी से मुक्ति मिल सके। यह फैसला विंध्यधाम में शनिवार को हुई श्री विंध्य पंडा समाज की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।
बैठक में कार्यकारिणी के 19 सदस्यों के साथ ही पण्डा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानु पाठक व मंदिर के परिवाल समुदाय के सभी सदस्य भी मौजूद थे। पुरोहितों ने कहा कि मां विंध्यवासिनी मंदिर में देश विदेश के कोने कोने से तमाम भक्त आते हैं। मंदिर पर भीड़ होने से कोरोना संक्रमण के बढ़ने की संभावना है। इसलिए मंदिर के कपाट बंद करने का फैसला लिया गया है। वहीं कोरोना से मुक्ति के लिए हवन करने का भी निर्णय लिया गया है। बैठक में नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा, पंडा के समाज अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानु पाठक, प्रशान्त द्विवेदी, गौतम द्विवेदी , गुंजन मिश्रा सहित पंडा समाज की कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।