सीएए के विरोध में धरने में शामिल महिला की 43 दिन की बच्ची की मौत

उत्तर प्रदेश के देवबंद में सीएए के विरोध में चल रहे महिलाओं के धरना प्रदर्शन में शामिल एक महिला की बच्ची की मौत हो गई। महिलाओं ने धरनास्थल पर कुरआन ख्वानी कर बच्ची को खिराज-ए-अकीदत पेश की। नगर के मोहल्ला बड़जियाउलहक निवासी नौशाद मिस्त्री की पत्नी नौशाबा पिछले करीब एक पखवाड़े से ईदगाह मैदान में चल रहे धरना प्रदर्शन में शामिल हो रही थी, साथ में वह अपनी 43 दिन की बच्ची मुन्नी को भी लेकर आ रही थी।
इस दौरान उसने कई बार बच्ची के साथ धरनास्थल पर रात में रुकने की इच्छा जताई, लेकिन वहां मौजूद महिलाओं ने ठंड और बारिश के चलते उसे वहां रुकने से मना कर दिया, लेकिन नौशाबा सुबह से लेकर देर शाम तक धरनास्थल पर ही रहती थी।
गुरुवार को वह धरनास्थल पर नहीं पहुंची शुक्रवार को पता चला कि तबीयत खराब होने के बाद नौशाबा की बच्ची का इंतकाल हो गया। उसकी मौत की खबर मिलते ही धरनास्थल पर शोक की लहर दौड़ गई।
मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी की अध्यक्ष आमना रोशी, फौजिया सरवर, इरम उस्मानी, फरीहा उस्मानी और सलमा अहसन सहित काफी संख्या में महिलाएं नौशाबा के घर पहुंचीं और बच्ची की मौत पर दुख का इजहार किया। जिसके बाद उन्होंने जुमा की नमाज के बाद धरनास्थल पर कुरआन ख्वानी कर बच्ची को खिराज-ए-अकीदत पेश की।