अदाणी-हिंडनबर्ग विवाद और महंगाई को लेकर कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है। गुजरात में पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने हाथ में तख्तियां लेकर इन मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अदाणी मामले को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। दूसरी ओर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा और उस पर देश के लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया। संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकतंत्र संबंधी टिप्पणी के मुद्दे को उठाने और उनसे माफी मांगने की मांग को लेकर खरगे ने सरकार पर पलटवार किया और कहा कि लोकतंत्र को कुचने वाले लोग इसे बचाने की बात कर रहे हैं।
‘तानाशाह’ की तरह देश चला रहे पीएम मोदी
खरगे ने बीआरएस, वाम दलों और आप सहित अन्य विपक्षी दलों के सांसदों के साथ संसद भवन परिसर से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला और आरोप लगाया कि देश में कानून का कोई शासन नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को ‘तानाशाह’ की तरह चला रहे हैं। राहुल गांधी ने लंदन में भारत के लोकतंत्र पर टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा ने इसे कथित तौर पर देश को विदेशी धरती पर बदनाम पर बदनाम करने का आरोप लगाया था और राहुल के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू किया था। जिसके बाद विरोध मार्च निकाला गया था।
नहीं उठा सकते दूसरे सदने के सदस्य से जुड़ा मामला
गांधी ने हाल ही में लंदन में आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर बर्बर हमला हो रहा है और देश के संस्थानों पर बड़े पैमाने पर हमले हो रहे हैं। खरगे ने कहा कि सदन के नेता दूसरे सदन के सदस्य से संबंधित मामला नहीं उठा सकते, क्योंकि यह नियमों के खिलाफ है और इस मुद्दे को केवल उस सदन में उठाया जा सकता है जिसके गांधी सदस्य हैं।