चीन से दिल्ली लौटी नेहा ने साझा किया वुहान का खौफनाक मंजर

चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण वुहान शहर में कैद मुरादाबाद की बेटी नेहा यादव और उनके पति आशीष यादव अब अपने वतन लौट आए हैं। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के शिवापुरम कालोनी निवासी शैतान सिंह की बेटी नेहा यादव ने दिल्ली पहुंचने के बाद अमर उजाला के साथ अपना अनुभव साझा किया और उनके फंसे होने की खबर को प्रथमिकता से प्रकाशित करने के लिए धन्यवाद कहा। पढ़िए नेहा यादव की कहानी उनकी जुबानी- “चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरें जनवरी माह के दूसरे सप्ताह से मिलनी शुरू हो गई थी। इसे लेकर लोगों में दहशत थी और लोग एहतियात भी बरत रहे थे। हम जिस कैंपस में रहते थे वहां भी इसे लेकर चर्चा हो रही थी। इस बीच 22 जनवरी की आधी रात के वक्त अचानक से किसी के भी घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। स्कूल, दुकान, बाजार, दफ्तर, पेट्रोल पंप, दवा की दुकान सब कुछ बंद कर दिए। पूरे वुहान में सन्नाटा छा गया था। सड़क पर कोई दिखाई नहीं देता था, ना कोई गाड़ी दिखाई देती थी।
बाहर निकलने पर रोक के बाद हम लोग फोन से संपर्क में जरूर थे, लेकिन कोई किसी की मदद करने की स्थिति में नहीं था। क्योंकि कोई भी घर से बाहर निकल ही नहीं सकता था। खाने-पीने या घरेलू जरूरत की सामान के लिए एक वॉलेंटियर थी, उसी दिन पहले खाने-पीने के सामान के बारे में बताना पड़ता था।
वालेंटियर भी अपनी गाड़ी में सामान लेकर आती थी और संबंधित व्यक्ति के घर के दरवाजे के सामने रख देती थी। हम लोग दरवाजे से सामान उठा लेते थे। पीने के लिए पानी की बोतल भी वही वॉलेंटियर लेकर आती थी।