अफगानिस्‍तान में तालिबान के प्रभुत्‍व के बाद क्‍या होगी भारत की नई रणनीति

 सियासत की बातें (Rashtra Pratham) :- अफगानिस्‍तान में दो दशक चले लंबे युद्ध के बाद 31 अगस्‍त को अमेरिकी सेना पूरी तरह से वापस हो गई। जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने बताया कि अमेरिका लगभग 1,23,000 नागरिकों को अफगानिस्‍तान से बाहर निकालने में कामयाब रहा। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान समर्थक बलों में जश्‍न का माहौल है। इस बीच तालिबान ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्‍तान में अमेरिकी शिकस्‍त दूसरे हमलावरों और हमारी आने वाली नस्‍लों के लिए एक सबक है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने काबुल से आखिरी अमेरिकी विमान के रवाना होने के कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट की रनवे पर से कहा कि यह दुनिया के लिए भी एक सबक है। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा यह जीत अफगानिस्‍तान को मुबारक हो। उन्‍होंने कहा कि ये फतह हम सब की है। अफगानिस्‍तान में तालिबान शासन के साथ कैसे होंगे भारत के‍ रिश्‍ते। क्‍या तालिबान और भारत के मध्‍य रूस कर सकता है मदद।