रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने सीएम की रेस में कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को पीछे छोड़ दिया। डीके शिवकुमार भी लगातार कोशिश करते रहे। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी से लेकर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी तक से मुलाकात की, लेकिन बात नहीं बनी। सिद्धारमैया डीके शिवकुमार पर भारी पड़े।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि आखिर जिस चेहरे को आगे करके पूरा चुनाव लड़ा उसे सीएम क्यों नहीं बनाना चाहती है कांग्रेस? सिद्धारमैया को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाने की क्या वजह है? आखिर कैसे डीके शिवकुमार पर सिद्धारमैया भारी पड़ रहे? आइए जानते हैं…