खबरें देश की (Rashtra Pratham): दिल्ली प्रदेश भाजपा “शिक्षा प्रकोष्ठ” द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू मुख्य अतिथि के रूप में रहे । विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्याम जाजू ने कहा कि कोरोना के इस संकटकाल में भारत ने आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिदिन तीन लाख से अधिक पीपीटी किट एवं इससे भी अधिक संख्या में मास्क का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें करोड़ों लोगों को रोजगार मिल रहा है । उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर सरकार की अनेक महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों का भी जिक्र किया।उन्होंने कहा कि आज विश्व स्तर पर भारत ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
भारत आज सोलर एनर्जी में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बनकर उभरा है। सरकार ने अपने एजेंडों को बिल्कुल साफ कर दिया है और उन पर लगातार काम कर रही है। कोरोना वायरस की इस महामारी में सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज जारी किया है। यह पैकेज भारत की जीडीपी का 10 प्रतिशत से भी अधिक है। इस पैकेज के माध्यम से गरीब किसानों श्रमिकों और उद्योगों को आर्थिक मदद मिलेगी। मोदी सरकार की पहुंच जनता तक सीधे हैं।
श्याम जाजू ने बताया कि हमने स्वदेशी की ओर बढ़ने के लिए पहल कर दी है। अब हमारे देश में ही तमाम जरूरत की चीजों को बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ जसपाली चौहान ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है भारत को विश्व स्तर पर मजबूत करने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं। जसपाली चौहान ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश की जनता को ही पहल करनी होती ।हमें स्वदेशी का उपयोग करने, अपना उत्पाद स्वयं करने ,उत्पाद को बढ़ाने का संकल्प लेना होगा तथा विदेशी का उपयोग कम करना होगा।
इस वेबीनार में जब श्याम जाजू से पूछा गया कि क्या कोरोना संकट के खत्म होने के बाद नागरिकता संशोधित कानून बिल पास होगा और अगर कानून के विरोध की आड़ में हिंसा हुई तो उस पर रोकथाम लग पाएगी। तो उन्होंने इस सवाल के उत्तर में कहा कि नागरिकता संशोधित कानून की आड़ में दिल्ली में दंगे हुए जिसमें 53 से अधिक लोगों की जान चली गई। सरकार विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्वों ने दंगों की आड़ में राष्ट्रीय संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने आगे कहा अगर कानून के विरोध की आड़ में हिंसा को बढ़ावा दिया जाएगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। वेबीनार में देशभर के अनेक शिक्षकों ने भाग लिया।
डॉ जसपाली चौहान
संयोजिका–शिक्षा प्रकोष्ठ