देशवासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आव्हाण

साथियों,

आज जब देश के करोड़ों लोग घरों में हैं,
तब किसी को भी लग सकता है कि वो अकेला क्या करेगा।

कुछ लोग ये भी सोच रहे होंगे कि इतनी बड़ी लड़ाई को,
वो अकेले कैसे लड़ पाएंगे

ये लॉकडाउन का समय जरूर है,
हम अपने अपने घरों में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है।

130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, हर व्यक्ति का संबल है

हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन,
ईश्वर का ही रूप होती है।

इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो,
तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए: PM

ये साक्षात्कार, हमें मनोबल देता है, लक्ष्य देता है,
उसकी प्राप्ति के लिए ऊर्जा देता है, हमारा मार्ग और स्पष्ट करता है।

ध्यान से सुनिएगा, 5 अप्रैल को रात 9 बजे

घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर,

9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया,
टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं

और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे,
चारो तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा,
तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा,
जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं,
ये उजागर होगा…

5 अप्रैल रविवार को रात 9 बजे घर की सभी लाइट बन्द करके दीपक, मोमबत्ती जलाए।

उस प्रकाश में, उस रोशनी में, उस उजाले में,
हम अपने मन में ये संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं,
कोई भी अकेला नहीं है !!!

130 करोड़ देशवासी, एक ही संकल्प के साथ कृतसंकल्प हैं: PM

साथियों,
मेरी एक और प्रार्थना है,
कि इस आयोजन के समय किसी को भी,
कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है।

रास्तों में, गलियों या मोहल्लों में नहीं जाना है, अपने घर के दरवाज़े,
बालकनी से ही इसे करना है: PM

Social Distancing की लक्ष्मण रेखा को कभी भी लांघना नहीं है।
Social Distancing को किसी भी हालत में तोड़ना नहीं है।

कोरोना की चेन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है: PM

हमारे यहां कहा गया है-

उत्साहो
बलवान् आर्य,
न अस्ति उत्साह परम् बलम्।

स उत्साहस्य लोकेषु, न किंचित् अपि दुर्लभम्॥

यानि, हमारे उत्साह, हमारी spirit से बड़ी force दुनिया में कोई दूसरी नहीं है

-: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी