मेरे आग्रह पर अजित डोभाल हिंसाग्रस्त इलाके में गए – अमित शाह

काफी हो हंगामे के बाद आज लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर बहस हो रही है। इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब दे रहे हैं।

दिल्ली दंगा को राजनीतिक दंग देने का प्रयास हुआ है। जिन लोगों की जान गई है उनके लिए दिल से दुख व्यक्त करता हूं। जो मारे गए उनके परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें आज की चर्चा में नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिस तरह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रखने का प्रयास हुआ इसलिए इस पर स्पष्ट करना चाहूंगा।

मेरे ही सलाह पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल मौके पर गए।

मैंने गुजरात से आने के बाद दिल्ली पुलिस के साथ बैठक करता रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम मे ंशामिल नहीं हुआ।

दिल्ली पुलिस ने दिल्ली दंगा को 36 घंटे में समेटने का काम किया है। 25 फरवरी के बाद कोई हिंसा नहीं हुई।

दिल्ली दंगा को लेकर पुलिस पर उठे सवाल पर अमित शाह ने कहा कि पुलिस पर पहला काम था कि इसे बढ़ने नहीं देना। पुलिस ने उसे रोका। मैं  इसके लिए धन्यवाद देता हूं।

अधीर रंजन ने पूछा कि चर्चा में क्यों देरी हुई? 25 फरवरी के बाद एक भी घटना दंगा की नहीं हुई है। यह डिबेट की मांग दो तारीख के बाद की गई थी और मैंने कहा था कि इस पर होली के बाद चर्चा करेंगे क्योंकि होली के दौरान फिर  कुछ अलग जगहों पर दंगा भड़क सकती थी। पुलिस को तह में जाने के लिए भी कुछ समय चाहिए था।