पूरे उत्तर भारत में लगातार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौतें, भूस्खलन, तबाही और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राहत उपाय युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। सरकारी एजेंसियों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को यमुना का जलस्तर बढ़कर 208.38 मीटर हो गया, जो 1978 में दर्ज अब तक के उच्चतम स्तर 207.49 मीटर को पार कर गया है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने का आग्रह करते हुए कहा कि नदी में जल स्तर और बढ़ने की संभावना है।
जल शोधन संयंत्र बंद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वजीराबाद जल शोधन संयंत्र पहुंचे। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्लांट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि पहली बार दिल्ली में यमुना इस स्तर पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि अभी 3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गए हैं क्योंकि पानी मशीनों में घुस गया है। पानी कम होने के बाद मशीनों को सुखाया जाएगा। इससे दिल्ली का पानी करीब 25% कम हो जाएगा। दिल्ली में 1-2 दिन पानी की किल्लत रह सकती है। मुझे उम्मीद है कि कल शाम तक प्लांट शुरू हो जाएगा।
मेट्रों सेवा पर असर
सड़कों और घरों में पानी भर जाने के बाद अब राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर का असर दिल्ली मेट्रो के परिचालन पर पड़ा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने गुरुवार को कहा कि बढ़ते जलस्तर के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार यात्रियों के लिए बंद कर दिए गए हैं। हालाँकि, इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध है। डीएमआरसी ने कहा कि एहतियात के तौर पर सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेंगी। इसमें कहा गया है कि यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण एहतियात के तौर पर ट्रेनें नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं। सभी गलियारों पर सेवाएं सामान्य हैं।