मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार पर जारी संकट के बीच विधानसभा अध्यक्ष एनसी प्रजापति ने 22 बागी विधायकों को 15 मार्च तक पेश होने के लिए दोबारा नोटिस जारी किया है। बता दें कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों को अलग-अलग तारीखों में मिलने के लिए बुलाया था। सूत्रों के अनुसार, अगर बागी विधायक निर्धारित तिथि कर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात नहीं करते हैं उस स्थिति में सरकार बहुमत परीक्षण की तारीखों को और आगे बढ़ा सकती है। क्योंकि नियम के तहत विधायकों को अध्यक्ष के सामने उपस्थित होना अनिवार्य है।
वहीं संसदीय कार्यमंत्री गोविंद सिंह ने विधायकों के इस्तीफे की जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बागी विधायकों के इस्तीफे की जांच की जाए कि उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा किया है। अगर उनके ऊपर कोई दबाव है तब उनके इस्तीफे को निरस्त किया जाए।
बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया था। उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र सौंपकर भाजपा की शिकायत भी की थी। उन्होंने राज्यपाल से अपील करते हुए कहा था कि वे गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में बंधक विधायकों को मुक्त कराने के लिए कहें।