निर्भया कांड के दोषियों को पूरा देश फांसी पर लटकता हुआ देखना चाहता है लेकिन दोषी पवन गुप्ता के दोनों चाचा जुग्गी लाल व सुभाष चंद्र कुछ और ही चाहते हैं। यही नहीं पवन के गांव में भी लोग कोर्ट के फैसले से मायूस हैं। वे कहते हैं कि जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था लेकिन कोर्ट के सामने हम कर भी क्या सकते हैं।पवन के चाचा कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में अपने गांव जगन्नाथपुर आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें पवन की पैदाइश का साल तो ठीक से याद नहीं है, मगर जिस समय घटना हुई, उस समय वह बालिग नहीं था। दोनों चाचा दिल्ली में ही रहते हैं। वे उन दिनों खेती के लिए गांव आए हुए थे। उनका कहना था कि पवन का जन्म दिल्ली में ही हुआ था और वह कभी भी गांव नहीं आया।