पाकिस्तान सरकार पर जुलाई 2023 से 7 जून 2024 तक 7.39 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये की भारी उधारी थी। इससे पहले के दो वित्त वर्ष को मिलाकर कुल उधारी 7.16 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये अधिक थी। बैंकरों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 24 के लिए कुल उधारी 30 जून तक 8 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच सकती है। वहीं राजस्व के मामले में कोई उल्लेखनीय बढ़ोतरी नहीं हो रही है।
पाकिस्तान का आर्थिक संकट लगातार गहरा हो रहा है। उसके सामने भारी महंगाई से जूझ रही जनता को राहत देने की चुनौती है। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) उस पर लगातार टैक्स बढ़ाने का दबाव डाल रहा है, ताकि सरकार का राजस्व बढ़े। इससे जाहिर तौर पर जनता की नाराजगी बढ़ेगी, जो पहले ही कमरतोड़ महंगाई से जूझ रही है।
पाकिस्तान को आखिर में कर्ज का ही सहारा है। लेकिन, इस मोर्चे पर भी चुनौती हद से ज्यादा बढ़ गई है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की एक रिपोर्ट मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 11 महीनों में सरकार की उधारी पिछले दो वित्त वर्ष के संयुक्त आकंड़े से अधिक हो गई है।