‘पठान’ की बंपर एडवांस बुकिंग से अजय देवगन खुश

फिल्म ‘करण अर्जुन’ की मेकिंग के दौरान जो कुछ हुआ उसके बाद से अजय देवगन और शाहरुख खान के बीच बहुत कुछ हुआ। लेकिन, समाज के असल नायकों की तरह दोनों ने अपने मतभेद भुलाए और अपने प्रशंसकों को बीती बातें भुलाकर अच्छाई के पैरोकार बनने की नसीहत अपने अपने अंदाज से दी। ‘भोला’ के दूसरे टीजर लांच पर भी अजय देवगन ने यही किया। फिल्म ‘पठान’ को लेकर अजय ने कहा, ‘जिस तरह से इस फिल्म की एडवांस बुकिंग हुई है ऐसा पहले किसी फिल्म की नहीं हुई। मैं दिल से बहुत खुश हूं। शाम को ‘आरआरआर’ के ऑस्कर में फाइनल नॉमिनेशन का भी पता चलेगा। अब तक फिल्म ने खूब पुरस्कार जीते हैं आगे भी अच्छा ही होगा।’  फिल्म ‘भोला ’का पहला टीजर थ्रीडी में रिलीज हुआ था। दूसरा टीजर भी थ्रीडी में ही रिलीज होना था, लेकिन किसी कारणवश ऐसा हो नहीं सका। अजय देवगन ने इस मौके पर कहा, ‘मैं हमेशा से ही अलग अलग जॉनर की फिल्में करता रहा हूं। ‘दृश्यम 2’ अलग जॉनर की फिल्म थी, ‘भोला’ अलग जॉनर की है और ‘मैदान’ भी अलग जॉनर की फिल्म है।’अजय देवगन की ‘दृश्यम 2’ साल 2022 की आखिरी हिट फिल्म रही और ‘पठान’ नए साल के पहले महीने में रिलीज हो रही है। अजय देवगन ने कहा, ‘सिर्फ ‘पठान’ या अपनी हिट फिल्म की बात नहीं कह रहा बल्कि मैं तो सभी फिल्मों के लिए कह रहा हूं कि फिल्में सुपरहिट होनी चाहिए ताकि कोविड के बाद से जो मामला ठंडा हो गया था और दर्शकों का थियेटर में आकर फिल्में देखने का उत्साह खत्म हो गया था, वह उत्साह फिर से आए और थियेटर में आने की आदत पड़े।’फिल्म ‘भोला’ अजय देवगन की निर्देशक के रूप में चौथी फिल्म है। बात दूसरे निर्देशकों की निकली तो अजय देवगन बोले, ‘मैंने हर तरह के निर्देशकों के साथ काम किया है। हमने और तब्बू ने गोविंद निहलानी के साथ ‘तक्षक’ में काम किया। महेश भट्ट, राम गोपाल वर्मा, प्रकाश झा, रितुपर्णो घोष, मणि रत्नम जैसे कई निर्देशकों के साथ काम करते हुए मैंने कमर्शियल और आर्ट दोनों तरह का सिनेमा देखा है। अब दोनों में कोई फर्क नहीं बचा।  आज लोगों को वास्तविक सिनेमा को बड़े स्तर पर देखना है। कुछ ऐसे भी निर्देशक भी रहे जिनसे ये सीखा कि क्या नहीं करना है? हर आदमी की अपनी विशेषता होती है। रोहित शेट्टी से ज्यादा मेहनती निर्देशक मैंने आज तक नहीं देखा।’अजय देवगन कहते हैं, ‘ काम शांति से होना चाहिए। कंट्रोवर्सी करके कोई लंबे समय तक नहीं चलता है, हो सकता है थोड़ी देर तक कंट्रोवर्सी से चल जाए, फाइनली काम ही चलता है। अगर आप का काम ठीक है तो खुद बोलने की जरूरत नहीं पड़ती है। लोग खुद ही अच्छा या बुरा कहेंगे। अपने काम पर ध्यान दीजिए वैसे भी हमारी जिंदगी में इतनी सारी तकलीफें हैं, काम है। दूसरे की जिंदगी में घुसकर उनके बारे में सोचना बहुत बेकार चीज है।’अपने पुराने दोस्त और करीब अजय देवगन के निर्देशन में इस फिल्म में काम कर रही अभिनेत्री तब्बू ने कहा, ‘अजय देवगन अच्छी तरह से जानते है कि फिल्म कैसे निर्देशित की जाती है। इनके निर्देशन में काम करने का बहुत अच्छा अनुभव रहा है, तकनीकी रूप से वह बहुत मजबूत हैं। उन्हें अच्छी तरह से पता है कि क्या करना है और क्या नहीं करना है। इनका ध्यान सिर्फ इस बात पर ही रहा है कि क्या शूट करना है और क्या शूट नहीं करना है।’