भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री – श्री राजीव गांधी

श्री राजीव गांधी

(२० अगस्त १९४४ – २१ मई १९९१)

इतिहास के झरोखों से (Rashtra Pratham): भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री भारतरत्न श्री राजीव गांधी का जन्म २० अगस्त १९४४ को हुआ था। राजीव गांधी  जी की राजनीति में कोई रूचि नहीं थी और वो एक एयरलाइन्स में पायलेट  की नौकरी करते थे।

१९८० में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक हवाई जहाज़ दुर्घटना में असामायिक मृत्यु के बाद माता श्रीमति  इन्दिरा गांधी को सहयोग देने के लिए सन् १९८२ में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश लिया और वो अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बने।

सन् १९८७ में यह बात सामने आयी थी कि स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारतीय सेना को तोपें सप्लाई करने का सौदा हथियाने के लिये 80 लाख डालर की दलाली चुकायी थी। उस समय केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, जिसके प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। स्वीडन की रेडियो ने सबसे पहले 1987 में इसका खुलासा किया। इसे ही बोफोर्स घोटाला या बोफोर्स काण्ड के नाम से जाना जाता हैं।

चुनावों का प्रचार करते हुए २१ मई, १९९१ को तमिल आतंकवादी संगठन लिट्टे के सदस्य प्रभाकरन और नलिनी ने राजीव की एक बम विस्फ़ोट में हत्या कर दी।