सिनेमा के पर्दे पर दिखने वाली पहली मिस इंडिया – अभिनेत्री “नूतन”

नैसर्गिक अभिनेत्री “नूतन”

 (4 जून १९३६ – २१ फरवरी १९९१)

इतिहास के झरोखों से (Rashtra Pratham):  अभिनेत्री नूतन का जन्म 4 जून १९३६ को हुआ था। नूतन एक ऐसे परिवार में जन्मी थी जहां का माहौल पूरी तरह से फिल्मी था। नूतन की मां शोभना समर्थ अपने समय की मशहूर अभिनेत्री थीं। नूतन सिनेमा के पर्दे पर दिखने वाली पहली मिस इंडिया थीं ।

आज के दौर में जहां मिस इंडिया का खिताब जीतने वाली सुंदरियों को फिल्मों में काम करने का मौका आसानी से मिल जाता है, वहीं सादगी और शानदार अभिनय की मिसाल रही नूतन को फिल्मों में काम पाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था । नूतन अभिनेत्री होने के साथ ही एक अच्छी गायिका भी थीं । इस अभिनेत्री को अभिनय की कला विरासत में मिली थी । भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा उनका नाम गर्व से लिया जाएगा । नूतन के पुत्र मोहनीश बहल भी हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय करते हैं । इनकी बहन तनुजा और भतीजी काजोल हिन्दी सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में शामिल हैं ।

नूतन ने अपने सिने करियर में उस दौर के सभी दिग्गज अभिनेता के साथ अभिनय किया। राजकपूर के साथ फिल्म ‘अनाड़ी’ में भोला-भाला प्यार हो या फिर अशोक कुमार के साथ फिल्म ‘बंदिनी’ में संजीदा अभिनय या फिर ‘पेइंग गेस्ट’ में देवानंद के साथ छैल-छबीला रोमांस हो, नूतन हर अभिनेता के साथ उसी के रंग मे रंग जाती थीं।

अस्सी के दशक में नूतन ने चरित्र भूमिकाएं निभानी शुरू कर दीं। इन फिल्मो में ‘मेरी जंग’, ‘नाम’ और ‘कर्मा’ जैसी फिल्में खासतौर पर उल्लेखनीय हैं। फिल्म ‘मेरी जंग’ में सशक्त अभिनय के लिए नूतन सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित की गईं। नूतन की प्रतिभा केवल अभिनय तक ही नहीं सीमित थी, वे गीत और गजल लिखने में भी काफी दिलचस्पी लिया करती थीं।

बता दें कि हिंदुस्तान सिनेमा की सबसे महान प्रतिभा और अद्वितीय अभिनेत्री नूतन जी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए ६ बार ‘फिल्मफेयर’ अवार्ड जीता और अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता था। बॉलीवुड में अब तक नूतन जी के इस रिकॉर्ड की समानता में उनकी ही भतीजी और बहन तनूजा की बेटी काजोल ही पहुंच पायी है।

साल १९५९ में नेवी कमांडर रजनीश बहल से शादी और बेटे मोहनीश बहल की आने के बाद भी नूतन का फ़िल्मी सफर बुलंदियों पर था तब अचानक साल १९८९ में नूतन को कैंसर जैसी घातक बीमारी ने जकड लिया। तमाम कोशिशों के बावजूद आखिरकार इस बेहतरीन अदाकारा ने २१ फरवरी १९९१ के दिन महज ५५ साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया। भले ही नूतन जी इस दुनिया में नहीं है मगर उनका बेमिसाल अभिनय आज भी लोगों के लिए अभिनय की बुलंदी की एक मिसाल की तरह हमेशा रहेगा।