12वीं राजनीति विज्ञान की किताब में बदलाव; खालिस्तान बाहर तो वीर सावरकर की एंट्री

 एनसीईआरटी की ओर से कक्षा 12वीं राजनीति विज्ञान की किताब में उन विवादित अंशों को हटा दिया गया है जिनमें श्रीआनंदपुर साहिब प्रस्ताव को कथित तौर पर खालिस्तान की मांग से जोड़ा गया था। उधर, वीर सावरकर के प्रपौत्र रंजीत सावरकर ने दादा विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर के जीवन से संबंधित चैप्टर पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर खुशी जाहिर की है।
स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने बताया कि 2006 में प्रकाशित कक्षा 12वीं राजनीति विज्ञान की किताब में विवादित सामग्री को लेकर एसजीपीसी ने एनसीईआरटी को पत्र लिखा था और प्रस्ताव में सिख समुदाय की ओर से अलग राज्य की मांग किए जाने की बात नकारते हुए उसे हटाने की मांग की थी। जिसे एनसीईआरटी की एक्सपर्ट कमेटी ने स्वीकार कर लिया था और उसके आधार पर बदलाव किया गया है।

स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने जानकारी दी कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एनसीईआरटी को पत्र लिखा था, जिसमें 12वीं राजनीति विज्ञान की किताब में श्रीआनंदपुर साहिब प्रस्ताव को लेकर सदंर्भित विवादित सामग्री को हटाने की मांग की गई थी।  जिसे एक्सपर्ट कमेटी ने स्वीकार कर लिया गया है।

वीर सावरकर का चैप्टर जोड़ा गया

वहीं, मोहम्मद इकबाल का चैप्टर हटाकर,  स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर से जुड़े चैप्टर को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर उनके प्रपौत्र रंजीत सावरकर ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि यह बेहद अच्छा और स्वागत योग्य कदम है।