हेल्थ डेस्क (Rashtra Pratham): जब कभी लोग एक ही मुद्रा में बैठे रहते हैं तो हाथ−पैर सुन्न पड़ जाते हैं। उसके बाद हाथ−पैरों में झनझनाहट होने लगती हैं। उस दौरान हाथ−पैर काम नहीं करते और उन पर आपका कंटोल नहीं होता। मसलन, अगर आप पैर हिलाने की कोशिश करें तो वह हिलता नहीं है। शरीर के अंग सुन्न होने की मुख्य वजह वहां पर रक्त संचार की कमी है।
जब शरीर के किसी अंग पर दबाव पड़ता है और वहां पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन व रक्तसंचार नहीं हो पाता तो झनझनाहट का अहसास होता है। वैसे तो यह बेहद आम बात है और हर किसी ने इस स्थित किा सामना किया है। हालांकि अगर बार−बार आपको यह समस्या होती है तो आपको गंभीर होने की जरूरत है।हाथ−पैर सुन्न होने से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान पर ध्यान दें। दरअसल, बार−बार हाथ−पैरों के सुन्न होने का कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी होती है।
अगर आपके शरीर में विटामिन बी−12, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम की कमी होती है तो इससे हाथ−पैर सुन्न होते हैं। इसलिए आप अपने आहार में इन सभी पोषक तत्वों को शामिल करें।अगर आपको शरीर के किसी खास हिस्से में बार−बार सुन्न होने की समस्या होती है तो ऐसे में आप मालिश की मदद ले सकते हैं। नियमित रूप से मालिश करने से रक्त संचार ठीक होता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे हाथ−पैर बार−बार सुन्न नहीं होते। अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है तो मालिश से आपको काफी लाभ होगा। इसके अलावा आप नियमित रूप से व्यायाम और गर्म सिकाई भी करें।