तेल के बिना हम खाने की कल्पना भी नही कर सकते हैं, लेकिन तेल खाने को लेकर हमेशा असमंजस की स्थिति बनी रहती है कि कौन सा तेल खाना चाहिए और कौन सा नहीं और कितना तेल हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इन सभी सवालों का यही जवाब है कि किसी भी प्रकार का तेल बुरा नही होता है, लेकिन एक प्रकार के तेल का सेवन करना हमेशा घातक साबित हो सकता है। एक रिसर्च में यह भी खुलासा हुआ है कि हर तीन माह के बाद खाद्य तेल बदलते रहना चाहिए।
सभी प्रकार के खाद्य तेल अपने आप में बेहतर है। तेल में तीन प्रकार की वसा होती है। पहली पॉलीअनसैचुरेटेड फैट (पीयूएफए), दूसरी मोनोअनसैचुरेटेड फैट और तीसरा सैचुरेटेड फैट होता है। हर तेल में अलग-अलग फैट पाए जाते है और तीनों फैट की कुछ मात्रा हमारे शरीर के लिए उपयोगी होती है। यही कारण है कि इन फैट के हिसाब से तेल बदलकर खाना चाहिए, ताकि तीनों फैट शरीर की जरूरत पूरी कर सकें।
घर में हमेशा दो प्रकार के तेल रखना चाहिए, क्योंकि सभी तेल तलने के हिसाब से सही नही होते हैं। खाना बनाने के हिसाब से ऑलिव आयल अच्छा होता है, वहीं सोयाबीन, सनफ्लॉवर और मूंगफली का तेल तलने के लिए सही होता है या फिर कभी-कभी घी का भी इस्तेमाल बेहतर होता है।
बाजार में खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तेलों की भरमार है। आमतौर पर खाना बनाने का तरीका सुनिश्चित करता है कि आप आप कौन-सा और कितना तेल इस्तेमाल करते हैं।
तेल की कितनी मात्रा सही-
तेल कोई सा भी खाया जाए, लेकिन अत्यधिक तेल खाने से सेहत पर हानिकारक प्रभाव हो सकता है। एक दिन में कम से कम तीन चम्मच तेल यानी 20 मिली लीटर तेल जरूर खाना चाहिए और महीने में लगभग आधा लीटर तेल जरूरी है।
डीप फ्राय चीजें सेहत के लिए नुकसानदायक-
तली हुई चीजें नुकसानदायक होती हैं, फिर चाहे वे चीजें घर पर ही क्यों न बनाई गई हों। महीने में एक दो बार तली हुई चीजें नुकसान नहीं करती। 40 से अधिक उम्र के लोगों को डीप फ्राइड चीजें नहीं खानी चाहिए। गौरतलब है कि शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, एक HDL और LDL। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इससे दिल से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं, जबकि तले हुए तेल में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल अधिक पाया जाता है, जिससे हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं।
तेल ज्यादा खाने के नुकसान-
यदि कोई ज्यादा तेल खाने का आदी हो जाता है तो उसे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के साथ ही रक्तचाप असंतुलन, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य कई बीमारियां हो सकती हैं।
तेल का सही इस्तेमाल-
-तले हुए तेल का इस्तेमाल बार-बार करना सही नही होता है।
-बाहर का खाना अक्सर इसलिए नही खाना चाहिए, क्योंकि होटल और ढाबों में तले हुए तेल का उपयोग अधिक होता है। तला हुआ तेल शरीर में अनचाही वसा को बढ़ाने का काम करते हैं, जिससे बीमार होने का खतरा ज्यादा होता है।
एम्स के डॉ. नबी वली के अनुसार, हार्ट की बीमारियों के सबसे बड़े कारणों में शामिल है अस्वस्थ्य आहार। हार्ट के मरीज वे ही लोग होते हैं तो ज्यादा तेल इस्तेमाल करते हैं।
तेल खरीदते समय रखें सावधानी-
तेल खरीदते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि तेल के पैकेट पर ओमेगा-3 लिखा हो और ओमेगा-6 नीचे लिखा हो, जिसका मतलब है कि उस तेल में ओमेगा 3 की मात्रा अधिक है जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है।